धनबाद : प्रखंड कार्यालय जहां आम जनमानस का काम होता है परंतु आज मनमानी और भ्रष्टाचार का अड्डा बनता जा रहा है जिसका सबसे प्रमुख कारण एक ही प्रखंड में बहुत समय से एक ही प्रखंड में जमे रहना माना जा सकता है। गोबिन्दपुर प्रखंड जो हमेशा से ही रह रहकर मनमानी और भ्रष्टाचार समाचार पत्रों की सुर्खियां बटोर चुका है। झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के अनुसूचित जाति मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष हरेन्द्र रजक ने उपायुक्त को पत्र सौंपकर एक ही प्रखंड में वर्षों से पदस्थापित प्रखंड कर्मियों का तबादला और मनरेगा रोजगार सेवक का गृह प्रखंड में पदस्थापन के साथ ही सभी प्रखंड भ्रष्टाचार मुक्त बने क्योंकि जग जाहिर है कि बिना चढ़ावा के एक भी काम नहीं हो रहा है।
श्री रजक ने पत्र में बताया कि मनरेगा रोजगार सेवक को अल्प मानदेय मिलता और सरकार का निर्देश भी है कि इनका पदस्थापन अपने गृह प्रखंड के पंचायत में हो परंतु अभी भी बहुत रोजगार सेवक दुरस्त प्रखंड में पदस्थापित है जिनका तबादला गृह प्रखंड के पंचायत में किया जाए ताकि अच्छे से काम संचालित किया जा सके।