ज्ञान विज्ञान समिति का तोपचांची का प्रखण्ड सम्मेलन संपन्न।

तोपचांची : आज दिनांक 25 जुलाई 2027 को ज्ञान विज्ञान समिति धनबाद के अंतर्गत तोपचांची प्रखंड स्तरीय सम्मेलन तोपचांची प्रखंड के सभागार में सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार पांडेय के अध्यक्षता में तथा संचालन प्रखण्ड सचिव गणेश मंडल द्वार किया गया। उक्त सम्मेलन में मुख्यरूप से ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य उपाध्यक्ष हेमंत कुमार जायसवाल, पूर्व जिला सचिव मुमताज आलम, जिला सह राज्य सचिव भोला नाथ राम, कमल महतो व प्रमिला देवी आदि साथी मौजूद थे। सम्मेलन में मुख्य मुख्यरूप से पूर्व जिला सचिव मुमताज आलम द्वारा संबोधित करते हुए कहें कि भारत ज्ञान विज्ञान समिति एक जनपक्षीय, जनतांत्रिक और वैज्ञानिक सोच को समाज में स्थापित करने वाली संस्था है। इसका उद्देश्य केवल शिक्षा देना नहीं, बल्कि वैज्ञानिक चेतना और सामाजिक बदलाव को जमीनी स्तर पर साकार करना है। उन्होंने कहा कि आज समाज को अंधविश्वास, जातिवाद, लैंगिक भेदभाव, क्षेत्रवाद, पर्यावरणीय संकट और पूंजीवादी शोषण से मुक्त करने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण की जरूरत है। श्री हेमंत कुमार जायसवाल द्वारा अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2019 में तोपचांची प्रखंड में प्रखंड सम्मेलन 31 दिसंबर 2019 को जिला सम्मेलन व 28 फरवरी से 1 मार्च 2020 को रांची राज्य स्तरीय पर जिला सम्मेलन हुआ था, सांगठनिक सम्मेलन हर स्तर पर तीन वर्ष पर सदस्यता, बुनियादी सभा, प्रखण्ड सम्मेलन, जिला सम्मेलन तब राज्य सम्मेलन होना था, पर वैश्विक महामारी covid के कारण देर हुई है, हमरा संगठन भारत के 23 राज्यों के 350 जिलों में है। कोविड काल में ज्ञान विज्ञान समिति झारखंड द्वारा लगातार आम बागवानी के लिए पूरा सहयोग की आज उत्पादन की स्थिति में वृद्धि हुई है। साक्षरता आंदोलन व ज्ञान विज्ञान समिति ने एक दिशा दिया, जिससे किशोरी शिक्षा, महिला सशक्ति करण में वृद्धि हुई। ग्रामीण विकास में स्थानीय संसाधनों की भूमिका पर बल देते हुए कहा कि जल, जंगल और जमीन के बिना ग्रामीण भारत का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। भोला नाथ राम द्वारा अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा पास करना नहीं, बल्कि सोचने, प्रश्न करने और समाज के लिए जिम्मेदार नागरिक बनना है। विज्ञान का मतलब केवल प्रयोगशाला तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि वह खेत, खलिहान, घर और जीवन के हर हिस्से में दिखना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की भागीदारी पर जोर देते हुए कहा कि सामाजिक बदलाव में महिला सशक्तिकरण की केंद्रीय भूमिका है। ज्ञान विज्ञान समिति झारखंड के गांव – गांव में जाकर शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, वैज्ञानिक चेतना और मानवाधिकार जैसे विषयों पर जनजागरण अभियान चलाएगी। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने गांव को केवल विकास का उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माणकर्ता बनाएं। उन्होंने सभी उपस्थित जनों से आग्रह किया कि वे वैज्ञानिक सोच को अपनाएं, बच्चों को सवाल पूछने के लिए प्रेरित करें, और समाज में समानता, भाईचारा तथा शांति का वातावरण निर्मित करें। समिति की भावी योजनाओं को साझा करते हुए विश्वास दिलाया कि यदि समाज एकजुट हो जाए, तो किसी भी परिवर्तन को संभव किया जा सकता है।

सम्मेलन का समापन सामूहिक संकल्प लिया जाए। अभी तक जिले में चार प्रखंडों में सम्मेलन हो गई आज तोपचांची का है, 3 अगस्त को सिंदरी में स्व. सुजाता के स्मरण दिवस पर रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य जांच और 11 अगस्त को गांधी सेवा सदन में शहीद खुदी राम बोस के शहादत पर आयोजित है इसे सफल बनाने का आग्रह किया गया। सम्मेलन को कमल महतो, प्रमिला देवी, राजेश कुमार पांडेय आदि ने संबोधित किया। सम्मेलन में नए कार्यकारिणी का चुनाव किया गया जो निम्न प्रकार है। अध्यक्ष – गणेश मंडल,उपाध्यक्ष – अमित कुमार प्रमाणिक, सचिव – कमल महतो, संयुक्त सचिव – प्रमिला देवी, कोषाध्यक्ष – राजेश कुमार पांडेय,इसके अलावे 5 सदस्सीय कार्यकारणी समिति कामेश्वर मंडल, भारती देवी, कल्पना देवी, घनश्याम सिंह, निशा देवी तथा संरक्षक में मो. मुमताज आलम को शामिल किया गया। अंत में राजेश कुमार पांडेय के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ सम्मेलन के समाप्ति की घोषणा की गईं।

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