सुजाता के चतुर्थ स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि सभा, रक्तदान शिविर व स्वास्थ्य परिचर्चा संपन्न।

सिंदरी (धनबाद) : दिनांक 3 अगस्त 2025 को गुरुद्वारा हॉल, सहरपुरा, सिंदरी में ज्ञान विज्ञान समिति झारखंड जिला इकाई धनबाद द्वारा दिवंगत सुजाता स्मृति दिवस के अवसर चौथी श्रद्धांजलि सभा, नेत्रदान, रक्तदान शिविर स्वास्थ व स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन भारत ज्ञान विज्ञान समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. काशी नाथ चटर्जी के अध्यक्षता में संपन्न हुई तथा संचालन शर्मिष्ठा सरकार द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्यरूप से ज्ञान विज्ञान समिति के वैज्ञानिक जागरूकता उप समिति के अध्यक्ष प्रो. डॉ. दीपक कुमार सेन, केंद्रीय चिकित्सालय धनबाद के पूर्व उप मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंहा, बी. आई. टी. सिंदरी के वरीय प्रशासकीय पदाधिकारी प्रो. बी. डी. यादव, सेवा निवृत प्राध्यापक प्रो. राजेंद्र मिश्रा आदि मौजूद थे। सर्व प्रथम दिवंगत सुजाता के तस्वीर पर उपस्थित आगंतुकों द्वारा पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित की गई। इस अवसर पर सभा के अध्यक्षता कर रहें है राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. काशी नाथ चटर्जी ने संबोधित करते हुए कहा कि आज यह स्मृति सभा अपने आप में एक अनूठा एवं प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर रक्तदान शिविर, नेत्रदान शिविर के साथ – साथ स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन हो रही है। चार वर्ष पहले दिवंगत सुजाता की मृत्यु दुर्घटना में असमय हो गई। उन्होंने कहा कि यदि सड़क ठीक रहता और स्वास्थ्य सुविधा बेहतर होता तो वह हमारे बीच में होती। स्वास्थ्य परिचर्चा को लेकर कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं 6 जिलों में पी पी पी मोड में स्वास्थ्य सुविधा होगा, उसी तरह आने वाले समय में शिक्षा की भी स्थिति होगी, जो आम जनों के हित में अच्छा नहीं है। आज रक्त दान, अंगदान आदि में प्रगतिशील समाज दान करते है। इस तरह के कार्यक्रम से सुजाता जी हमारे बीच जीवित रहेगी। आयोजन समिति के संयोजक तथा दिवंगत सुजाता के पति विकास कुमार ठाकुर ने कहा कि सुजाता की दुखद मृत्यु के बाद उसके नेत्रों से दो लोगों की जिंदगी रौशन हुई। सुजाता के बड़े भाई प्रो. सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आप सभी का उपस्थिति दर्शाता है कि आपका लगाव सुजाता से कितना रहा होगा। दूसरों की सेवा तथा मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता देना उसकी आदत रही थी, मरणोंपरांत भी आज दिवंगत सुजाता जी का आंख दो जीवन को दुनिया दिखा रही है। प्रो. डॉ. दीपक कुमार सेन द्वारा सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज लोग इक्कठा हुए है क्योंकि लोगों का प्यार दिवगंत सुजाता से रहा है, वह विज्ञान की शिक्षिका थी, इसलिए विज्ञान पर विश्वाश करती थी। केंद्रीय अस्पताल धनबाद के पूर्व उप चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंहा ने संबोधन करते हुए कहा कि दिवंगत सुजाता के पति विकास कुमार ठाकुर, सुजाता जी के स्मृति को सदैव जिंदा रखने का जो प्राण लिया है, उसको हम सब मिलकर पूरा करेंगे। पूर्व व्याख्याता प्रो. राजेंद्र मिश्रा ने कहा कि सुजाता जी काफी सादगी स्वभाव के साथ बहुत मेधावी भी रही है। असमय जब कोई दुर्घटना के कारण हम सबों के बीच चले जाते है तो बहुत दुख होता है।

कार्यक्रम को रवि कुमार सिंह, सूर्य कुमार सिंह, रणजीत सिंह, संतोष महतो, रानी मिश्रा, काली सेन गुप्ता, सुरेश प्रसाद, विदेशी सिंह, दिलीप मिश्रा, प्रफुल्ल स्वेन, सुबल दास, राजू बाउरी, भोला नाथ राम, मो. जियाउल हक, हेमंत कुमार जायसवाल सुरेश प्रसाद, मिठू दास, गौतम प्रसाद, बालेश्वर बाउरी, सविता देवी आदि ने अपने विचार रखे। आज के रक्तदान शिविर में 17 लोगों के द्वारा रक्तदान तथा 3 लोगों के द्वारा नेत्रदान का फॉर्म भरा गया। किया गया। सभी साथी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। रक्तदान शिविर को आयोजन में एस एन एम सी एच धनबाद के मानिक कुमार दास, जय कृष्ण पोद्दार, शिव प्रसाद महतो व नीतू कुमारी का सहयोग रहा। उक्त कार्यक्रम में सुंदर लाल महतो, जोगिंदर महतो, प्रेम कुमार शर्मा, संजीत भंडारी, रंजू प्रसाद, बासुमति स्वयं, रामू मंडल, शिवू राय, सागर मंडल आदि लोग मौजूद थे।

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